स्वधर्मम् | स्वधर्म (२.१) |
अनुरुन्धन्ते | अनुरुन्धन्ते (√अनु-रुध् लट् प्र.पु. बहु.) |
नातिक्रमम् | न (अव्ययः)–अतिक्रम (२.१) |
अरातिभिः | अराति (३.३) |
पलायन्ते | पलायन्ते (√पलाय् लट् प्र.पु. बहु.) |
कृतध्वंसा | कृत (√कृ + क्त)–ध्वंस (१.३) |
नाहवान् | न (अव्ययः)–आहव (५.१) |
मानशालिनः | मान–शालिन् (१.३) |
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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स्व | ध | र्म | म | नु | रु | न्ध | न्ते |
ना | ति | क्र | म | म | रा | ति | भिः |
प | ला | य | न्ते | कृ | त | ध्वं | सा |
ना | ह | वा | न्मा | न | शा | लि | नः |