अपवर्जितविप्लवे | अपवर्जित (√अप-वर्जय् + क्त)–विप्लव (७.१) |
शुचौ | शुचि (७.१) |
हृदयग्राहिणि | हृदय–ग्राहिन् (७.१) |
मङ्गलास्पदे | मङ्गल–आस्पद (७.१) |
विमला | विमला (१.१) |
तव | त्वद् (६.१) |
विस्तरे | विस्तर (७.१) |
गिरां | गिर् (६.३) |
मतिर् | मति (१.१) |
आदर्श | आदर्श (७.१) |
इवाभिदृश्यते | इव (अव्ययः)–अभिदृश्यते (√अभि-दृश् प्र.पु. एक.) |
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अ | प | व | र्जि | त | वि | प्ल | वे | शु | च | |
य्हृ | द | य | ग्रा | हि | णि | म | ङ्ग | ला | स्प | दे |
वि | म | ला | त | व | वि | स्त | रे | गि | रां | |
म | ति | रा | द | र्श | इ | वा | भि | दृ | श्य | ते |