इति | इति (अव्ययः) |
ब्रुवाणेन | ब्रुवाण (√ब्रू + शानच्, ३.१) |
महेन्द्रसूनुं | महत्–इन्द्र–सूनु (२.१) |
महर्षिणा | महत्–ऋषि (३.१) |
तेन | तद् (३.१) |
तिरोबभूवे | तिरोबभूवे (√तिरस्-भू लिट् प्र.पु. एक.) |
तं | तद् (२.१) |
राजराजानुचरो | राजन्–राजन्–अनुचर (१.१) |
ऽस्य | इदम् (६.१) |
साक्षात् | साक्षात् (अव्ययः) |
प्रदेशम् | प्रदेश (२.१) |
आदेशम् | आदेश (२.१) |
इवाधितस्थौ | इव (अव्ययः)–अधितस्थौ (√अधि-स्था लिट् प्र.पु. एक.) |
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ | ९ | १० | ११ |
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इ | ति | ब्रु | वा | णे | न | म | हे | न्द्र | सू | नुं |
म | ह | र्षि | णा | ते | न | ति | रो | ब | भू | वे |
तं | रा | ज | रा | जा | नु | च | रो | ऽस्य | सा | क्षा |
त्प्र | दे | श | मा | दे | श | मि | वा | धि | त | स्थौ |