पदच्छेदः
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नेता | नेतृ (१.१) |
यस्य | यद् (६.१) |
बृहस्पतिः | बृहस्पति (१.१) |
प्रहरणं | प्रहरण (१.१) |
वज्रं | वज्र (१.१) |
सुराः | सुर (१.३) |
सैनिकाः | सैनिक (१.३) |
स्वर्गो | स्वर्ग (१.१) |
दुर्गम् | दुर्ग (१.१) |
अनुग्रहः | अनुग्रह (१.१) |
किल | किल (अव्ययः) |
हरेर् | हरि (६.१) |
ऐरावतो | ऐरावत (१.१) |
वारणः | वारण (१.१) |
इत्य् | इति (अव्ययः) |
ऐश्वर्यबलान्वितो | ऐश्वर्य–बल–अन्वित (१.१) |
ऽपि | अपि (अव्ययः) |
बलभिद् | बलभिद् (१.१) |
भग्नः | भग्न (√भञ्ज् + क्त, १.१) |
परैः | पर (३.३) |
सङ्गरे | संगर (७.१) |
तद् | तद् (२.१) |
व्यक्तं | व्यक्त (२.१) |
ननु | ननु (अव्ययः) |
दैवम् | दैव (१.१) |
एव | एव (अव्ययः) |
शरणं | शरण (१.१) |
धिग् | धिक् (अव्ययः) |
धिग् | धिक् (अव्ययः) |
वृथा | वृथा (अव्ययः) |
पौरुषम् | पौरुष (१.१) |
छन्दः
शार्दूलविक्रीडितम् [१९: मसजसततग]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ | ९ | १० | ११ | १२ | १३ | १४ | १५ | १६ | १७ | १८ | १९ |
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ने | ता | य | स्य | बृ | ह | स्प | तिः | प्र | ह | र | णं | व | ज्रं | सु | राः | सै | नि | काः |
स्व | र्गो | दु | र्ग | म | नु | ग्र | हः | कि | ल | ह | रे | रै | रा | व | तो | वा | र | णः |
इ | त्यै | श्व | र्य | ब | ला | न्वि | तो | ऽपि | ब | ल | भि | द्भ | ग्नः | प | रैः | स | ङ्ग | रे |
त | द्व्य | क्तं | न | नु | दै | व | मे | व | श | र | णं | धि | ग्धि | ग्वृ | था | पौ | रु | षम् |
म | स | ज | स | त | त | ग |