तावद् | तावत् (अव्ययः) |
एवामृतमयी | एव (अव्ययः)–अमृत–मय (१.१) |
यावल्लोचनगोचरा | यावत् (अव्ययः)–लोचन–गोचर (१.१) |
चक्षुष्पथाद् | चक्षुष्पथ (५.१) |
अतीता | अतीत (√अति-इ + क्त, १.१) |
तु | तु (अव्ययः) |
विषाद् | विष (५.१) |
अप्य् | अपि (अव्ययः) |
अतिरिच्यते | अतिरिच्यते (√अति-रिच् प्र.पु. एक.) |
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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ता | व | दे | वा | मृ | त | म | यी |
या | व | ल्लो | च | न | गो | च | रा |
च | क्षु | ष्प | था | द | ती | ता | तु |
वि | षा | द | प्य | ति | रि | च्य | ते |