श्रुतम् | श्रुत (२.१) |
अप्य् | अपि (अव्ययः) |
अधिगम्य | अधिगम्य (√अधि-गम् + ल्यप्) |
ये | यद् (१.३) |
रिपून् | रिपु (२.३) |
विनयन्ते | विनयन्ते (√वि-नी लट् प्र.पु. बहु.) |
स्म | स्म (अव्ययः) |
न | न (अव्ययः) |
शरीरजन्मनः | शरीर–जन्मन् (२.३) |
जनयन्त्य् | जनयन्ति (√जनय् लट् प्र.पु. बहु.) |
अचिराय | अ (अव्ययः)–चिराय (अव्ययः) |
सम्पदाम् | सम्पद् (६.३) |
अयशस् | अ (अव्ययः)–यशस् (२.१) |
ते | तद् (१.३) |
खलु | खलु (अव्ययः) |
चापलाश्रयम् | चापल–आश्रय (२.१) |