Summary
O best among the twice-born ! However, please also take note of the most distinguished amongst us, who are the generals of my army and who are accepted as leaders by the heroes in the mighty army [of mine]; I shall name them to you.
पदच्छेदः
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अस्माकं | मद् (६.३) |
तु | तु (अव्ययः) |
विशिष्टा | विशिष्ट (√वि-शिष् + क्त, १.३) |
ये | यद् (१.३) |
तान्निबोध | तद् (२.३)–निबोध (√नि-बुध् लोट् म.पु. ) |
द्विजोत्तम | द्विजोत्तम (८.१) |
नायका | नायक (१.३) |
मम | मद् (६.१) |
सैन्यस्य | सैन्य (६.१) |
संज्ञार्थं | संज्ञा–अर्थ (२.१) |
तान्ब्रवीमि | तद् (२.३)–ब्रवीमि (√ब्रू लट् उ.पु. ) |
ते | त्वद् (४.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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अ | स्मा | कं | तु | वि | शि | ष्टा | ये |
ता | न्नि | बो | ध | द्वि | जो | त्त | म |
ना | य | का | म | म | सै | न्य | स्य |
सं | ज्ञा | र्थं | ता | न्ब्र | वी | मि | ते |