कोपात् | कोप (५.१) |
कोमललोलबाहुलतिकापाशेन | कोमल–लोल–बाहु–लतिका–पाश (३.१) |
बद्धा | बद्ध (√बन्ध् + क्त, १.१) |
दृढं | दृढ (२.१) |
नीत्वा | नीत्वा (√नी + क्त्वा) |
केलिनिकेतनं | केलि–निकेतन (२.१) |
दयितया | दयिता (३.१) |
सायं | साय (२.१) |
सखीनां | सखी (६.३) |
पुरः | पुरस् (अव्ययः) |
भूयोऽप्येवमिति | भूयस् (१.१)–अपि (अव्ययः)–एवम् (अव्ययः)–इति (अव्ययः) |
स्खलन् | स्खलत् (√स्खल् + शतृ, १.१) |
मृदुगिरा | मृदु–गिर् (३.१) |
संसूच्य | संसूच्य (√सम्-सूचय् + ल्यप्) |
दुश्चेष्टितं | दुश्चेष्टित (२.१) |
धन्यो | धन्य (१.१) |
हन्यत | हन्यते (√हन् प्र.पु. एक.) |
एव | एव (अव्ययः) |
निह्नुतिपरः | निह्नुति–पर (१.१) |
प्रेयान् | प्रेयस् (१.१) |
रुदत्या | रुदत् (√रुद् + शतृ, ३.१) |
हसन् | हसत् (√हस् + शतृ, १.१) |
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ | ९ | १० | ११ | १२ | १३ | १४ | १५ | १६ | १७ | १८ | १९ |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
को | पा | त्को | म | ल | लो | ल | बा | हु | ल | ति | का | पा | शे | न | ब | द्धा | दृ | ढं |
नी | त्वा | के | लि | नि | के | त | नं | द | यि | त | या | सा | यं | स | खी | नां | पु | रः |
भू | यो | ऽप्ये | व | मि | ति | स्ख | ल | न्मृ | दु | गि | रा | सं | सू | च्य | दु | श्चे | ष्टि | तं |
ध | न्यो | ह | न्य | त | ए | व | नि | ह्नु | ति | प | रः | प्रे | या | न्रु | द | त्या | ह | सन् |
म | स | ज | स | त | त | ग |