भुजगराजसितेन | भुजग–राजन्–सित (३.१) |
नभःश्रिया | नभस्–श्री (३.१) |
कनकराजिविराजितसानुना | कनक–राजि–विराजित (√वि-राज् + क्त)–सानु (३.१) |
समुदितं | समुदित (√समुत्-इ + क्त, २.१) |
निचयेन | निचय (३.१) |
तडित्वतीं | तडित्वत् (२.१) |
लङ्घयता | लङ्घयत् (√लङ्घय् + शतृ, ३.१) |
शरदम्बुदसंहतिम् | शरद्–अम्बुद–संहति (२.१) |
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भु | ज | ग | रा | ज | सि | ते | न | न | भः | श्रि | या |
क | न | क | रा | जि | वि | रा | जि | त | सा | नु | ना |
स | मु | दि | तं | नि | च | ये | न | त | डि | त्व | तीं |
ल | घ | य | ता | श | र | द | म्बु | द | सं | ह | तिम् |
न | भ | भ | र |