पृथुकदम्बकदम्बकराजितं | पृथु–कदम्ब–कदम्बक–राजित (√राज् + क्त, २.१) |
ग्रहितमालतमालवनाकुलम् | ग्रहि–तमाल–तमाल–वन–आकुल (२.१) |
लघुतुषारतुषारजलश्च्युतं | लघु–तुषार–तुषार–जल (१.१)–च्युत (√च्यु + क्त, २.१) |
धृतसदानसदाननदन्तिनम् | धृत (√धृ + क्त)–स (अव्ययः)–दान–सत्–आनन–दन्तिन् (२.१) |
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पृ | थु | क | द | म्ब | क | द | म्ब | क | रा | जि | तं |
ग्र | हि | त | मा | ल | त | मा | ल | व | ना | कु | लम् |
ल | घु | तु | षा | र | तु | षा | र | ज | ल | श्च्यु | तं |
धृ | त | स | दा | न | स | दा | न | न | द | न्ति | नम् |
न | भ | भ | र |