Summary
Of the Vedas, I am the Samaveda; of the gods, I am Vasava (Indra); of the sense-organs, I am the mind; of the beings, I am the sentience.
पदच्छेदः
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वेदानां | वेद (६.३) |
सामवेदो | सामवेद (१.१) |
ऽस्मि | अस्मि (√अस् लट् उ.पु. ) |
देवानामस्मि | देव (६.३)–अस्मि (√अस् लट् उ.पु. ) |
वासवः | वासव (१.१) |
इन्द्रियाणां | इन्द्रिय (६.३) |
मनश्चास्मि | मनस् (१.१)–च (अव्ययः)–अस्मि (√अस् लट् उ.पु. ) |
भूतानामस्मि | भूत (६.३)–अस्मि (√अस् लट् उ.पु. ) |
चेतना | चेतना (१.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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वे | दा | नां | सा | म | वे | दो | ऽस्मि |
दे | वा | ना | म | स्मि | वा | स | वः |
इ | न्द्रि | या | णां | म | न | श्चा | स्मि |
भू | ता | ना | म | स्मि | चे | त | ना |