Summary
Those who are established in the Sattva, go upward; the persons given to the Rajas, remain in the middle [state]; those who are given to the Tamas, being established in the tendencies of bad alities, go downwards.
पदच्छेदः
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ऊर्ध्वं | ऊर्ध्वम् (अव्ययः) |
गच्छन्ति | गच्छन्ति (√गम् लट् प्र.पु. बहु.) |
सत्त्वस्था | सत्त्व–स्थ (१.३) |
मध्ये | मध्य (७.१) |
तिष्ठन्ति | तिष्ठन्ति (√स्था लट् प्र.पु. बहु.) |
राजसाः | राजस (१.३) |
जघन्यगुणवृत्तस्था | जघन्य–गुण–वृत्त–स्थ (१.३) |
अधो | अधस् (अव्ययः) |
गच्छन्ति | गच्छन्ति (√गम् लट् प्र.पु. बहु.) |
तामसाः | तामस (१.३) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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ऊ | र्ध्वं | ग | च्छ | न्ति | स | त्त्व | स्था |
म | ध्ये | ति | ष्ठ | न्ति | रा | ज | साः |
ज | घ | न्य | गु | ण | वृ | त्त | स्था |
अ | धो | ग | च्छ | न्ति | ता | म | साः |