Summary
The mighty Brahman is a womb for Me; and in That I lay seed; therefrom is the birth of all beings, O descendant of Bharata !
पदच्छेदः
Click to Toggle
मम | मद् (६.१) |
योनिर्महद्ब्रह्म | योनि (१.१)–महत् (१.१)–ब्रह्मन् (१.१) |
तस्मिन्गर्भं | तद् (७.१)–गर्भ (२.१) |
दधाम्यहम् | दधामि (√धा लट् उ.पु. )–मद् (१.१) |
संभवः | सम्भव (१.१) |
सर्वभूतानां | सर्व–भूत (६.३) |
ततो | ततस् (अव्ययः) |
भवति | भवति (√भू लट् प्र.पु. एक.) |
भारत | भारत (८.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
---|
म | म | यो | नि | र्म | ह | द्ब्र | ह्म |
त | स्मि | न्ग | र्भं | द | धा | म्य | हम् |
सं | भ | वः | स | र्व | भू | ता | नां |
त | तो | भ | व | ति | भा | र | त |