Summary
Further, the food also, which is dear to all, is of three kinds. So are [their] sacrifice, austerity and charity. Listen to this distinction of them.
पदच्छेदः
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सत्त्वानुरूपा | सत्त्व–अनुरूप (१.१) |
सर्वस्य | सर्व (६.१) |
श्रद्धा | श्रद्धा (१.१) |
भवति | भवति (√भू लट् प्र.पु. एक.) |
भारत | भारत (८.१) |
यज्ञस्तपस्तथा | यज्ञ (१.१)–तपस् (१.१)–तथा (अव्ययः) |
दानं | दान (१.१) |
तेषां | तद् (६.३) |
भेदमिमं | भेद (२.१)–इदम् (२.१) |
शृणु | शृणु (√श्रु लोट् म.पु. ) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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आ | हा | र | स्त्व | पि | स | र्व | स्य |
त्रि | वि | धो | भ | व | ति | प्रि | यः |
य | ज्ञ | स्त | प | स्त | था | दा | नं |
ते | षां | भे | द | मि | मं | शृ | णु |