Summary
And, excepting him there would be none among men who is the best performer of what is dear to Me; and other than him there shall be none else who is dearer to Me on earth.
पदच्छेदः
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न | न (अव्ययः) |
च | च (अव्ययः) |
तस्मान्मनुष्येषु | तस्मात् (अव्ययः)–मनुष्य (७.३) |
कश्चिन्मे | कश्चित् (१.१)–मद् (६.१) |
प्रियकृत्तमः | प्रिय–कृत्तम (१.१) |
भविता | भविता (√भू लुट् प्र.पु. एक.) |
न | न (अव्ययः) |
च | च (अव्ययः) |
मे | मद् (६.१) |
तस्मादन्यः | तस्मात् (अव्ययः)–अन्य (१.१) |
प्रियतरो | प्रियतर (१.१) |
भुवि | भू (७.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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न | च | त | स्मा | न्म | नु | ष्ये | षु |
क | श्चि | न्मे | प्रि | य | कृ | त्त | मः |
भ | वि | ता | न | च | मे | त | स्मा |
द | न्यः | प्रि | य | त | रो | भु | वि |