Summary
Realizing in this fashion, action had been under-taken also by ancient seekers of salvation. Hence, you too should perform, by all means, the more ancient action that had been performed by the ancients.
पदच्छेदः
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एवं | एवम् (अव्ययः) |
ज्ञात्वा | ज्ञात्वा (√ज्ञा + क्त्वा) |
कृतं | कृत (√कृ + क्त, २.१) |
कर्म | कर्मन् (२.१) |
पूर्वैरपि | पूर्व (३.३)–अपि (अव्ययः) |
मुमुक्षुभिः | मुमुक्षु (३.३) |
कुरु | कुरु (√कृ लोट् म.पु. ) |
कर्मैव | कर्मन् (२.१)–एव (अव्ययः) |
तस्मात्त्वं | तस्मात् (अव्ययः)–त्वद् (१.१) |
पूर्वैः | पूर्व (३.३) |
पूर्वतरं | पूर्वतर (२.१) |
कृतम् | कृत (√कृ + क्त, २.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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ए | वं | ज्ञा | त्वा | कृ | तं | क | र्म |
पू | र्वै | र | पि | मु | मु | क्षु | भिः |
कु | रु | क | र्मै | व | त | स्मा | त्त्वं |
पू | र्वैः | पू | र्व | त | रं | कृ | तम् |