Summary
Thus the regal sages knew this, received in regualr succession. By the passage of long time, this Yoga has been however lost, O scorcher of enemies !
पदच्छेदः
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एवं | एवम् (अव्ययः) |
परंपराप्राप्तमिमं | परम्परा–प्राप्त (√प्र-आप् + क्त, २.१)–इदम् (२.१) |
राजर्षयो | राजर्षि (१.३) |
विदुः | विदुः (√विद् लिट् प्र.पु. बहु.) |
स | तद् (१.१) |
कालेनेह | काल (३.१)–इह (अव्ययः) |
महता | महत् (३.१) |
योगो | योग (१.१) |
नष्टः | नष्ट (√नश् + क्त, १.१) |
परंतप | परंतप (८.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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ए | वं | प | रं | प | रा | प्रा | प्त |
मि | मं | रा | ज | र्ष | यो | वि | दुः |
स | का | ले | ने | ह | म | ह | ता |
यो | गो | न | ष्टः | प | रं | त | प |