Summary
Holding the body, the head and the neck erect and motionless; remaining firm; looking properly at his own nose-tip; and not looking at [different] directions;
पदच्छेदः
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समं | सम (२.१) |
कायशिरोग्रीवं | काय–शिरस्–ग्रीव (२.१) |
धारयन्नचलं | धारयत् (√धारय् + शतृ, १.१)–अचल (२.१) |
स्थिरः | स्थिर (१.१) |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष्य (√सम्प्र-ईक्ष् + ल्यप्) |
नासिकाग्रं | नासिका–अग्र (२.१) |
स्वं | स्व (२.१) |
दिशश्चानवलोकयन् | दिश् (२.३)–च (अव्ययः)–अनवलोकयत् (१.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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स | मं | का | य | शि | रो | ग्री | वं |
धा | र | य | न्न | च | लं | स्थि | रः |
सं | प्रे | क्ष्य | ना | सि | का | ग्रं | स्वं |
दि | श | श्चा | न | व | लो | क | यन् |