Summary
O Krsna ! The mind is indeed unsteady, destructive, strong and obstinate; to control it, I believe, is very difficult, just as to control the wind.
पदच्छेदः
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चञ्चलं | चञ्चल (१.१) |
हि | हि (अव्ययः) |
मनः | मनस् (१.१) |
कृष्ण | कृष्ण (८.१) |
प्रमाथि | प्रमाथिन् (१.१) |
बलवद्दृढम् | बलवत् (१.१)–दृढम् (अव्ययः) |
तस्याहं | तद् (६.१)–मद् (१.१) |
निग्रहं | निग्रह (२.१) |
मन्ये | मन्ये (√मन् लट् उ.पु. ) |
वायोरिव | वायु (६.१)–इव (अव्ययः) |
सुदुष्करम् | सु (अव्ययः)–दुष्कर (२.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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च | ञ्च | लं | हि | म | नः | कृ | ष्ण |
प्र | मा | थि | ब | ल | व | द्दृ | ढम् |
त | स्या | हं | नि | ग्र | हं | म | न्ये |
वा | यो | रि | व | सु | दु | ष्क | रम् |