Summary
The northern course [of the sun] consisting of six months, is fire, light, day and bright one. Departing in it, the Brahman-knowing men attain the Brahman .
पदच्छेदः
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अग्निर्ज्योतिरहः | अग्नि (१.१)–ज्योतिस् (१.१)–अहर् (१.१) |
शुक्लः | शुक्ल (१.१) |
षण्मासा | षष्–मास (१.३) |
उत्तरायणम् | उत्तरायण (१.१) |
तत्र | तत्र (अव्ययः) |
प्रयाता | प्रयात (√प्र-या + क्त, १.३) |
गच्छन्ति | गच्छन्ति (√गम् लट् प्र.पु. बहु.) |
ब्रह्म | ब्रह्मन् (२.१) |
ब्रह्मविदो | ब्रह्मन्–विद् (१.३) |
जनाः | जन (१.३) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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अ | ग्नि | र्ज्यो | ति | र | हः | शु | क्लः |
ष | ण्मा | सा | उ | त्त | रा | य | णम् |
त | त्र | प्र | या | ता | ग | च्छ | न्ति |
ब्र | ह्म | ब्र | ह्म | वि | दो | ज | नाः |