Summary
The votaries of the gods attain the gods; the votaries of the manes attain the manes; performers of sacrifices for the goblins attain the goblins; also the performers of scrifices for Me attain Me.
पदच्छेदः
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यान्ति | यान्ति (√या लट् प्र.पु. बहु.) |
देवव्रता | देव–व्रत (१.३) |
देवान् | देव (२.३) |
पितॄन्यान्ति | पितृ (२.३)–यान्ति (√या लट् प्र.पु. बहु.) |
पितृव्रताः | पितृ–व्रत (१.३) |
भूतानि | भूत (२.३) |
यान्ति | यान्ति (√या लट् प्र.पु. बहु.) |
भूतेज्या | भूत–इज्या (१.३) |
यान्ति | यान्ति (√या लट् प्र.पु. बहु.) |
मद्याजिनो | मद्–याजिन् (१.३) |
ऽपि | अपि (अव्ययः) |
माम् | मद् (२.१) |
छन्दः
अनुष्टुप् [८]
छन्दोविश्लेषणम्
१ | २ | ३ | ४ | ५ | ६ | ७ | ८ |
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या | न्ति | दे | व | व्र | ता | दे | वा |
न्पि | तॄ | न्या | न्ति | पि | तृ | व्र | ताः |
भू | ता | नि | या | न्ति | भू | ते | ज्या |
या | न्ति | म | द्या | जि | नो | ऽपि | माम् |